कोरोना मरीजों का इलाज कर रही नर्स ने बताई डराने वाली घटना, कहा...

लंदन। कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया में कहर बरपा रखा है। इस बीमारी से अबतक 75 हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। कोरोना से सबसे अधिक प्रभावित यूरोप में अकेले 40 से ज्यादा लोग मर चुके हैं। इटली, स्पेन और फ्रांस के बाद कोरोना से सबसे अधिक प्रभावित ब्रिटेन है। ब्रिटेन में हर दिन सैकड़ों लोगों की मौत हो रही है। आलम यह है कि, शवगृहों में डेडबॉडी रखने की जगह कम पड़ गई है। लंदन की एक नर्स ने वहां के हालातों को लेकर एक भयावह अनुभव फेसबुक पर साझा किया है।


पश्चिमी लंदन के इस्लेवर्थ के वेस्ट मिडलसेक्स यूनिवर्सिटी अस्पताल में काम करने वाली नर्स शैली गुडराइट ने हैरान कर देने वाले हालातों को फेसबुक पर शेयर किया है। शैली ने फेसबुक पीपीई किट पहने अभी फोटो डालते हुए लिखा कि, उनके अस्पताल के शवगृह में जगह कम पड़ जाने के चलते कार पार्किग में खड़े फ्रिजर में 40 शवों को रखा है। शैली ने नर्सिग स्टाफ और डॉक्टरों को होने वाली परेशानियों के बारे में लिखा है। साथ ही उन्होंने नियमों की अनदेखी कर बाहर घुमने वाले लोगों पर निशाना साधा।


शैली ने फेसबुक पर लिखा कि, सुबह मधुमेह के रोगियों को तत्काल देखभाल करने के बाद मुझे वेस्ट मिड अस्पताल के मुर्दाघर में कर्मचारियों की मदद के लिए एक टीम में शामिल होने के लिए कहा गया। कर्मचारी लगतार हो रही मौते से इतने परेशान है कि उनका सामना नहीं कर सकते। कार पार्क में 2 बड़े फ्रिज रखे गए हैं क्योंकि मोर्चरी भर चुकी है। इसके बाद 2 पोडियाट्रिक सर्जन, एक पोडियाट्रिक प्रोफेसर, 2 ऑडियोलॉजिस्ट और मुझे कहा गया कि, हम मुर्दाघर से 40 शव को कार पार्किग में लगी फ्रिज में शिफ्ट करे दें।


शैली ने बताया कि, फ्रिज अस्पताल के दूसरी तरफ स्थित हैं, इसलिए हमें भारी ट्रॉलियों को पार करने के लिए जोड़े में काम करना पड़ा। सभी मृतक अभी भी संक्रामित थे इसलिए पूर्ण पीपीई की आवश्यकता थी। यह गर्म और पसीने में भिगा देने वाली होती है, लेकिन पीपीई हमारे लिए कितना महत्वपूर्ण था, इस बारे में पूरी तरह से अवगत है। जब मैंने बॉडी पर लगे नाम देखे तो यह परेशान करने वाले थे। क्योंकि मैं इन सभी की नियमित इलाज करती थी। सब दुखद ये था कई लोगों को ये पता नहीं था कि उनके अपने मर चुके हैं। सभी डॉक्टर और अस्पताल स्टाफ शानदार काम कर रहे हैं।


शैली ने अपनी पोस्ट में आगे लिखा कि, आज सुबह घर जाते समय मैंने कई परिवारों को पार्क में टेनिस के नेट गाड़ते और फुटबॉल खेलते देखा। इन लोगों को समझ नहीं आ रहा है कि, अगर घर में रहेंगे तो सुरक्षित रहेंगे। घर के अंदर रहकर भी एक्सरसाइज की जा सकती है। शैली ने लिखा कि, कृपया घर पर रहें। मैं अपनी पुरानी लाइफ वापस चाहती हूं, मुझे अपने उन मरीजों की याद आती है जिन्हें नियमित देखभाल की जरूरत है।