20 हजार में खरीदा जुगाड़, दिल्ली से पहुंच गये बिहार

दिल्ली। दिल्ली के चांदनी चौक पर फंसे पांच मजदूर लॉकडाउन के बाद जुगाड़ टेक्नोलॉजी से बिहार ही नहीं अपने घर शुक्रवार को पहुंच गये। पांच दिनों में चाय व बिस्किट खाकर सहरसा पहुंचे इन मजदूरों की जांच अस्पताल में कराई गई। जहां से सभी को घर भेज दिया गया। 


नवहट्टा प्रखंड के झरवा गांव निवासी मजदूर रामप्रवेश यादव ने बताया कि कोरोना वायरस को लेकर लॉकडाउन होने की घोषणा के बाद दिल्ली से आना मुश्किल हो गया था। हमलोग एक ही गांव के पांच मजदूर जिसमें शामिल राजकुमार राम, सत्यम राम, रामचंद्र यादव एवं धनिकलाल यादव ने आपस में कुछ पैसे इकट्ठा किये और एक व्यक्ति से 20 हजार रुपये में एक जुगाड़ गाड़ी खरीद लिये। उसी जुगाड़ गाड़ी पर पांचों लोग खाने-पीने का सामान भी इंतजाम किया और दिल्ली से अपने गांव के लिए रवाना हो गये। करीब 25 सौ रुपये का पेट्रोल विभिन्न पंप पर भराने के बाद वो लोग यहां पहुंचे हैं। मजदूरों का कहना था कि दिल्ली, यूपी सहित सभी जगहों की स्थिति भयावह है। कई जगहों पर जांच भी की गई। परंतु जाने दिया जा रहा था। यहां पहुंचने के बाद मजदूरों के चेहरे पर एक अलग ही खुशी थी। वहीं इसकी सूचना लोगों ने पुलिस को दी। सदर थाना पुलिस द्वारा मजदूरों का जांच करवाया गया। किसी में लक्षण नहीं पाए जाने के बाद सभी को घर भेज दिया गया। हालांकि सभी को होम क्वरांइटन में रहने की सलाह दी गई। बताया गया कि अगर किसी तरह की परेशानी हो तो तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें।